आज दिनांक -29/7/25- *कक्षा 1 में "भाषा माधुरी" पुस्तक के पाठ 'गुड़िया की शादी'* से संबंधित एक रोचक गतिविधि का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सभी लड़कियाँ *गुड़िया और चुनरी लाईं। सभी बच्चों को गुलाब जामुन और पुलाव अपने टिफिन में लाने को कहा गया।*
शिक्षिका द्वारा बच्चों के साथ मिलकर गुड़िया की शादी का *नाट्य रूपांतर* किया गया, जिससे कक्षा में उत्साह और आनंद का वातावरण बना।
भोजन के अंत में बच्चों से बातचीत की गई कि “शादी जैसे अवसरों पर हमें भोजन की बर्बादी नहीं करनी चाहिए।” इसके माध्यम से बच्चों में “Don’t Waste Food” जैसे महत्वपूर्ण जीवन-मूल्य समझाया गया।इस गतिविधि में *Toy Pedagogy* का सुंदर प्रयोग हुआ, जिससे बच्चों ने खेल-खेल में नए शब्द सीखे।
इस प्रकार की गतिविधियाँ न केवल बच्चों को पढ़ाई में रुचि दिलाती हैं, बल्कि उनके भावात्मक और सामाजिक विकास में भी सहायक होती हैं।
अंत में बच्चों से एक सवाल पूछा गया- *“अगर मेरी गुड़िया की शादी होगी तो मैं क्या करूंगा/करूंगी?”* बच्चों ने अपने उत्तरों में ढेर सारी कल्पनाएँ और भावनाएँ साझा कीं।
इस आयोजन में विद्यालय की प्रधानाचार्या *श्रीमती शालिनी अरोड़ा* एवं पर्यवेक्षक प्रभारी *श्रीमती अंजू सिंह* का मार्गदर्शन भी प्राप्त हुआ।